दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Delhi)

G20

यह सम्मेलन 9-10 सितंबर के लिए निर्धारित किया गया है। सोमवार को, दिल्ली ट्रैफ़िक पुलिस ने प्रगति मैदान के आस-पास के कई प्रमुख होटलों में प्रशिक्षण संचालित किया, जहाँ G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Delhi) के प्रतिनिधियों  की  ठहरने की संभावना है। दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रमुख होटलों में कड़ी सुरक्षा रहेगी। क्योंकि कई प्रतिष्ठित कई प्रतिनिधि ताज पैलेस, अशोका होटल, द लीला पैलेस, आईटीसी मौर्य, होटल शांगरी-ला, होटल ललित, होटल मेरिडियन और इम्पीरियल होटल जैसे आसपास के होटलों में ठहरेंगे, इसलिए इन होटलों के पास के क्षेत्रों पर अतिरिक्त ध्यान दिया जा रहा है।

दिल्ली में जी-20 समिट की विशेष तैयारियाँ (Special preparations for the G20 summit in Delhi)

प्राप्त जानकारी के आधार पर जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, प्रत्याशित जी-20 शिखर सम्मेलन के चलते 9 और 10 सितंबर को दिल्ली के विभिन्न इलाकों में छुट्टियों की घोषणा हो सकती है.

जी-20 के आयोजन को लेकर इन इलाकों में रहेगा यातायात बंद (Traffic will remain closed in these areas due to G-20 event)

जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर इन क्षेत्रों में यातायात प्रतिबंध लागू किये जायेंगे. जबकि दिल्ली आम तौर पर सुरक्षित रहेगी, सत्य मार्ग, शांति पथ, नीति मार्ग, कौटिल्य मार्ग, सरदार पटेल मार्ग, मदर टेरेसा क्रिसेंट, तीन मूर्ति मार्ग, जनपथ, कर्तव्य पथ, सी-हेक्सागन सहित विशिष्ट मार्गों पर पर्याप्त यातायात प्रतिबंध रहेगा। , पुराना किला रोड, अकबर रोड, अशोक रोड, सुब्रमण्यम भारती मार्ग और लोधी रोड।

FAQs

जी20 शिखर सम्मेलन 2023 में कौन भाग लेगा? (Who will participate in G20 summit 2023?)

19 देश हैं जो जी-20 (G20) के सदस्य हैं: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूसी संघ, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, और यूनाइटेड स्टेट्स। भारत के पास 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की अध्यक्षता है।

G20 का फुल फॉर्म क्या है? (What is the full form of G20?)

G20 का पूरा नाम “ग्रुप ऑफ ट्वेंटी” होता है, और यह दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की सरकारों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच होता है। G20 का मुख्य उद्देश्य विश्व वित्तीय स्थिरता को प्रोत्साहित करना और वैश्विक आर्थिक मुद्दों के समाधान के लिए सहयोग करना होता है, जो कि सदस्य देशों के बीच नीति समन्वय के माध्यम से किया जाता है।

G20 का मुख्यालय कहाँ है? (Where is the headquarters of G20?)

G20 का कोई अपना स्थायी मुख्यालय नहीं होता है, क्योंकि यह एक आंतरराष्ट्रीय मंच होता है जिसमें सदस्य देशों की मीटिंगें और सम्मेलन विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक आर्थिक मुद्दों के समाधान के लिए सहयोग करना होता है।

जी20 क्या है (what is G20)

G20 Summit (जी-20 शिखर सम्मेलन) एक वार्षिक आयोजन है जिसमें G20 के सदस्य देशों के नेताओं और महत्वपूर्ण वित्तीय अधिकारियों का एक साथ आगमन होता है। यह सम्मेलन विशेष बहस और वित्तीय मुद्दों पर आधारित होता है और विभिन्न देशों के नेताओं के बीच अवबोधन और सहयोग का मंच प्रदान करता है। सम्मेलन में विशेष ध्यान वित्तीय नीतियों, आर्थिक विकास के माध्यमों, व्यापार और वित्तीय बाजारों की मान्यता, और वित्तीय स्थिरता के संदर्भ में दिए जाते हैं।

G20 की पहली बैठक (first meeting of G20)

G20 की पहली बैठक 15-16 दिसंबर 1999 को बर्लिन, जर्मनी में हुई थी। इस बैठक में गर्मजो शोयबल जोरीन, जर्मनी के वित्तमंत्री तथा प्रधानमंत्री गेर्हार्ड श्रेडर ने मुख्य भाषण दिया था। G20 बाद में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, और अमेरिका के सदस्य देशों को शामिल करते हुए बढ़ गया है।

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